#आपन_गांव_शहर_याद_आवेला
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गली गुची ,खेत बगइचा, पोखरी नहर याद आवेला
बहरा में हर केहु के आपन गांव शहर याद आवेला
अठनिया मलाई ,चरनिया मिठाई
पेट रोके खाती,पेट झड़े के दवाई
देवाल पे सटल बिछकुतिया के, जहर याद आवेला
बहरा में हर केहु के आपन गांव शहर याद आवेला
बोरा चटी ,रबर ,कागजिल कापी
किताब रखे के,एगो अलगे झापी
झगड़ा झुड़ी , बर- बदमाशी अकरहर याद आवेला
बहरा में हर केहु के आपन गांव शहर याद आवेला
पढ़े लिखे के डरे, पेट के दरद
नाक से नेटा चुवत ,गरम सरद
हाथ प माट साहेब के छड़ी के , लहर याद आवेला
बहरा में हर केहु के आपन गांव शहर याद आवेला
लट्टू,गोली मार तिलंगी के निसा
बारह महीना के ,बारह गो खिसा
डाला , टेक्टर , जिप , मरूती , चवर याद आवेला
बहरा में हर केहु के आपन गांव शहर याद आवेला
"घ" से घरियार , "म" से मछली
जिनगी के मजा,उहे रहे असली
पुअरा -पटाई , देह में गरे वाला कमर याद आवेला
बहरा में हर केहु के आपन गांव शहर याद आवेला
मुर्गा छाप के छुरछुड़ी ,बीड़िया बम
पूरी के साथे ,भर -भर पेट आलुदम
'मैकश' हो अरवा चाउर, दलवा रहर याद आवेला
बहरा में हर केहु के आपन गांव शहर याद आवेला
#मिथिलेश_मैकश
#छपरा
#लिखीं_भोजपुरी_पढ़ीं_भोजपुरी
#रउवा_बढ़ब_बढ़ी_भोजपुरी
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