Monday, 10 July 2017

हिन्दुस्तान_त_जरत_रोजे_बा

#हिन्दुस्तान_त_जरत_रोजे_बा
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खाली दिन तारीक ,बदलत रोजे बा
अदिमी त इहां जियत,मरत रोजे बा

कतही घर में जराये के ,दीया नइखे
कहीं दिनभर मरकरी ,बरत रोजे बा

आव मर्दे ,चल अब तुहु लोन ले लऽ
सरकार त लोन माफ़,करत रोजे बा

छुछे जाएके बा,अदिमी के एकदिन
फेर भी जोगा के धन,धरत रोजे बा

ना केहु मुंह खोलता,ना केहु बोलता
लोग  एके  समाचार , पढ़त रोजे बा

कबो कैराना त कबो,बंगाल 'मैकश'
एहिजा हिन्दुस्तान त, जरत रोजे बा

#मिथिलेश_मैकश
#छपरा

      #लिखीं_भोजपुरी_पढ़ीं_भोजपुरी
                 #रउवा_बढ़ब_बढ़ी_भोजपुरी

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