Monday, 10 July 2017

जिनगी_में_बड़ा_दुख_बा_बुझऽ_तानी

#जिनगी_में_बड़ा_दुख_बा_बुझऽ_तानी
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घर गीरहस्ती से त ,हमु जूझऽ तानी
जिनगी में बड़ा दुख बा ,बुझऽ तानी |

साटत रहऽ चिपि ,कबो ना कबो फाटही के बा
भाग में जेतना लिखल बा , उ त काटही के बा
सुते के केकर ना मन ह ,बाकी उठऽ तानि
जिनगी में बड़ा दुख बा ,बुझऽ तानी |

समय अइसन जोखलस कि, ना उबारा भइल
जिनगी तऽ जइसे ,तरजुइ के बाटखारा भइल
कछले बानी,आंख खोल तानी मुदऽ तानी
जिनगी में बड़ा दुख बा ,बुझऽ तानी |

लमटेन के बुतइला से ,जल्दी बिहान ना होला
पेट के पोसल मैकश ,एतना आसान ना होला
घोसार के आंच प,भुजा लेखा कूदऽ तानी
जिनगी में बड़ा दुख बा ,बुझऽ तानी |

#मिथिलेश_मैकश
#छपरा

      #लिखीं_भोजपुरी_पढ़ीं_भोजपुरी
                 #रउवा_बढ़ब_बढ़ी_भोजपुरी

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