Tuesday, 25 July 2017

ओफ़िस के काम ,ओफ़िसे में सेटिया लिहल करऽ

ओफ़िस के  काम  ,ओफ़िसे में  सेटिया लिहल करऽ
कबो कबो फोन छोड़ी,हमरो से बतिया लिहल करऽ

आज त तु कुछ बोलऽ मत,बस चुपचाप कहे द
लेपटॉप , मोबाईल बन करऽ , घर के घर  रहे द
बात जवन कहत बानी, मन में अटिया लिहल करऽ
कबो कबो फोन छोड़ी ,हमरो से बतिया लिहल करऽ

के मति मरलस तहार , एको अन्न नाही रुचऽता
एक हाथे मोबाइल , दूसरे हाथ में रोटी सूखऽता
हमार ना मानऽ , लईकवा के त पतीया लिहल करऽ
कबो कबो फोन छोड़ी,हमरो से बतिया लिहल करऽ

दिन भर टुक टाक मेसेज ,भेज तारऽ स्टाइल से
जे मन नइखे भरत त , कल बियाह मोबाइल से
जा होजा हलुका ,आ मन के खलिआ लिहल करऽ
कबो कबो फोन छोड़ी ,हमरो से बतिया लिहल करऽ

#मिथिलेश_मैकश
#छपरा

      #लिखीं_भोजपुरी_पढ़ीं_भोजपुरी
                 #रउवा_बढ़ब_बढ़ी_भोजपुरी

No comments:

Post a Comment