आज से एगो प्रयास करत बानी कि जेतना भी भोजपुरी में सभ्य आ सुंदर गीत के रचना भइल बा ओकरा के पुरे लोगन तक पहुचावल जाव...जब लोग कहेला कि भोजपुरी में खाली अस्लिल गीत बा ...त हमार दिल भारी हो जाला...
ओइसनके लोग खाती जे ई सोचेला कि भोजपुरी में अच्छा गीत नइखे ..ओकरा खाती आज से एगो प्रयास करत बानी...थाती भोजपुरी के ..नाम से।
समय लागी एहमें बाकि जब भी समय मिली अच्छा गीत के घर घर तक पहुचावल जाइ ।
जदि रउवा लोग के अच्छा लागे त अच्छा चीज के हर जगह शेयर करी।
#थाती_भोजपुरी_के_1
स्वर: भरत शर्मा "व्यास"
गीत : मंजुल जी
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गोरिया चाँद के अंजोरिया नियन गोर बारू हो
तोहार जोर केहू नईखे बेजोर बारू हो...
तोहार ओठ चटकर बा गुलाबी नियन
गाल उगल बा नैना शराबी नियन
गोरी रस्वा भरल पोरे पोर बारू हो
तोहार जोर केहू नइखे बेजोड़ बारू हो...
दिल पे बिजली गिरेला जब ताकेलु तू
गोरी हंसी के खिरकिया से झाकेलु तू
तू त गमकत बसंती झकझोर बारू हो
तोहार जोर केहू नइखे बेजोड़ बारू हो
एह गली तोहरे खातिर त आयीले हम
तोहरे खातिर त जिनगी गवाईला हम
गोरी चंचल चकोरी चितचोर बारू हो
तोहार जोर केहू नइखे बेजोड़ बारू हो
चाल बिगरल बा सावन के कहात नइखे
बिना तोहरा के एको पल रहात नइखे
भरत मंजूल के नेहिया के डोर बारू हो
तोहार जोर केहू नइखे बेजोड़ बारू हो...
गोरिया चाँद के अंजोरिया नियन गोर बारू हो
तोहार जोर केहू नईखे बेजोर बारू हो...
क्रमशः.......
अगिला बेर फेर दोसर गीत के साथ आवल जाई।
जय भोजपुरी
जय होखे भोजपुरी के
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