- - : थोड़ा और प्यार कर लेने दो : - -
कब आऊँगा कुछ पता नहीं ये पल यादगार कर लेने दो कि अभी दिल भरा नहीं है थोड़ा और प्यार कर लेने दो
कि अभी दिल भरा नहीं है थोड़ा और प्यार कर लेने दो
देखती रहो मुझे ऐसे ही ये आँखें व्याकुल और प्यासी है
कि पास मेरे आ जाओ जरा सा कि ये दूरी बस जरा सी है
सुधबुध खोकर अब मै तेरा हो जाना चाहता हूँ
हाँ प्रिये तेरी बाहों में आके सो जाना चाहता हूँ
दबी दबी जो दिल में है वह व्यक्त उदगार कर लेने दो कि अभी दिल भरा नहीं है थोड़ा और प्यार कर लेने दो
सुनता हूँ जब तेरी आहट दिल खुशी से खिल जाता है जैसे कोइ छोटे बच्चे को कोइ खोई चीज़ मिल जाता है धड़क रही हो धड़कन में दिल से दिल का नाता है ये इश्क है या कुछ और जो खींच मुझे यहाँ लाता है
पतझड़ सा जीवन तेरे बिन मिलकर बहार कर लेने दो कि अभी दिल भरा नहीं है थोड़ा और प्यार कर लेने दो
मिथिलेश मैकश #छपरा
14 फ़रवरी 14
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