Tuesday, 3 October 2017

जिंदादिली जिंदगी जीना है तो, मरने का भी खतरा रहता है।

घर मजबूत ना हो तो, मकान हिलने का भी
खतरा रहता है,
अगर तेज़ बारिश हो तो, दीवार गिरने का भी
खतरा रहता है।

किसी का घर जलते देखता हूँ, निकल जाता हूँ
पानी लेकर,
मुहल्ले में घर है तो, अपना घर जलने का भी
खतरा रहता है।

फ़ासलें जरूरी हैं, घर में, रिश्तें में और इश्क़
मुहब्बत में भी,
आग के पास जाने से, मोम पिघलने का भी
खतरा रहता है।

आसाँ नहीं है ऐ वक़्त, इस कदर हवा के रुख़
को मोड़ देना,
जिंदादिली जिंदगी जीना है तो, मरने का भी
खतरा रहता है।

हम पीछे रह जायें दोस्तों से बेशक़, कोई बात
नहीं 'मैकश',
जिंदगी में कई जगहों पर, आगे बढ़ने का भी
खतरा रहता है।

- मिथिलेश मैकश
  #छपरा

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