Tuesday, 1 May 2018

#टूटना_मुझे_अच्छा_लगता_है

#टूटना_मुझे_अच्छा_लगता_है
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टूटना मुझे अच्छा लगता है
क्योंकि टूटकर ही सृष्टि का निर्माण होता है
टूटना स्वाभिमान है
झुकना आत्मग्लानि है।

टूटना मुझे अच्छा लगता है
टूटने से दर्द होता है
मगर टूटता वही है जो मर्द होता है
जो खरा सोना होता है वही टूटता है।

इसलिये टूटना मुझे अच्छा लगता है
क्योंकि टूटना सौंदर्य है
टूटकर इंसान निखरता है
बिखरकर इंसान सँवरता है।

टूटना मुझे अच्छा लगता है
टूटना सत्य है, शाश्वत है
क्योंकि एक इतिहास टूटता है
तो एक नया इतिहास बनता है।

टूटना मुझे अच्छा लगता है
क्योंकि टूटना कमजोरी नहीं
जुड़ने की मजबूती है।
इसलिए जिसे चाहो, टूट कर चाहो
बिना टूटे, दिल को जोड़ना नामुमकिन है।

- मिथिलेश मैकश
  छपरा

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