Wednesday, 19 April 2017

जे आपन होइ, कबो माना ना करी

जान दे दिही,बाकी बहाना ना करी
जे आपन होइ, कबो माना ना करी

प्यार से भी ,हर बात फरिया जाला
हर फैसला ,कचहरी थाना ना करी

गरीब जेतना,सनेह दुलार दे दिहन
ऊ मान कबो , बड़ घराना ना करी

गर्मी आईल ,सतुई पियल करऽ हो
नुकसान कबो मकई चाना ना करी

जवन काम लइका क दिही मैकश
उ काम आज,केहु सेयाना ना करी

#मिथिलेश_मैकश
#छपरा

      #लिखीं_भोजपुरी_पढ़ीं_भोजपुरी
                 #रउवा_बढ़ब_बढ़ी_भोजपुरी

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