खाये के मिल जाव त ,मोट पातर चाउर का बा? जब भूख लागे त फेर , मिठ आ माहुर का बा?
कबो तन - मन -धन प , ढ़ेर गुमान ना कइनी सब भगवान के दिहल ह , एमे राउर का बा?
हंसी - मजाक , सुख - दुख भा सनेह- दुलार ई जिनगी में "मैकश" ,अब आउर का बा?
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