आन बान वाली बातें ,जिसके मन में चलती हो
पद्मिनी है वो , अस्मत हेतु अंगारों में जलती हो
अरे तुम दो पैसे वाली ,क्या जानोगी जौहर को
चर्चे है अखबारों में ,तुम रोज शौहर बदलती हो
काम नायिका का है ,बनके आईना चरित्र निभाना
पद्मिनी को कैसे समझोगी , बिकनी में जो चलती हो
इसी वक्त के आगे हारा ,विश्व विजयी सिकन्दर भी
टूट जाएगा भ्रम सारा ,तुम किस मुगालते में रहती हो
अभी वक्त है तेरे पास ,भूल को अपनी स्वीकार करो
कर दो खेद प्रकट मनोज , अगर कभी जो गलती हो
मनोज कुमार
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