Wednesday, 1 February 2017

दिल्ली का हाल

कहीं धुर त  कहीं , उड़ऽता गरदा
बुझाता फाट जाइ कान के परदा
भागता सभे , बेधले बा बाई
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई

नाम पता पुछला प , केहु कुछ बतावत नइखे
पानी इंहा बेचाता , अइसे केहु पियावत नइखे
सभ रास्ता एके लेखा
बुझात नइखे हम केने जाई?
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई

लागे कवनो मार दी धाका,गाड़ी चले स्पीड में
कवनो 80 त कवनो 90 ,सभे अपना जिद में
आगे  कुँआ  पीछे  बा  खाई
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई

छिटाइल बा लोग ,जइसे पचनइकी दसनइकी
अब चिंहात नइखे के ह लइका ? के ह लइकी
मेकप सिंगार पटार हाइ फाई
दिल्ली  में  बड़ा भीड़ बा माई

भोरे निकलऽ तानी त  , सीधे  सांझ हो जाता
पीछे लागता लुती , आदमी  जहाज हो जाता
हम ना सोचनी एतना जाम भेटाइ
दिल्ली  में  बड़ा भीड़ बा माई

मेट्रो भीड़ भार जहां , ओहिजा पाकिट मराता
कनबाली के साथे जनाना के,कानो कटा जाता
बड़ी लुटेरा , बारे बड़ी कसाई
दिल्ली  में  बड़ा भीड़ बा माई

बाप रे बाप ! , एतना नु  एहिजा  बेमारी  बाटे
केहु  के  छाती  त  , केहु  के  माथा भारी बाटे
खाना से बेसी लोग खाता दवाई
दिल्ली  में  बड़ा भीड़ बा माई

खाद-पानी के खाना में  , अब उ ताकत नइखे
चाहे केतनो खालऽ , अनाज देहे लागत नइखे
मन करता अब  घरे आ जाई
दिल्ली  में  बड़ा भीड़ बा माई

लाज डर जे धारण करे ,अइसन  धारक नइखे
सिंगल लोग खाती,एहिजा कवनो पारक नइखे
जे देखबे त खुद जइबे लजाइ
दिल्ली  में  बड़ा भीड़ बा माई

#मिथिलेश_मैकश
#छपरा

      #लिखीं_भोजपुरी_पढ़ीं_भोजपुरी
                 #रउवा_बढ़ब_बढ़ी_भोजपुरी

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