Sunday, 26 March 2017

ए_संघाती_चईत_के_दिन_याद_आवता

#ए_संघाती_चईत_के_दिन_याद_आवता
______________________________

चाना के सतुइ होखे आम के चटनी होखे
चईत के दिन होखे , गेंहू के  कटनी होखे
लिपाईल पोताइल खेत में खरिहान होखे
टेक्टर भा ठरेसर पे बाझल किसान होखे
पसिनाइल देह प ऊपर से मनमानी होखे
ठंडा-ठंडा धइल, घइला में के पानी होखे
मन माने ना ,कसहु मन के मनावता
ए संघाती चईत के दिन याद आवता।

बेंजु डुगडुगी झाल के संग बइठकी होखे
गीत गवनई होखे खूब चईता चईती होखे
लोग खटिया बिछा गाछी त सुस्तात होखे
मन भंगुआये जब, भीतर हवा जात होखे
लइका सेयान , बुढ़वन के बतकूचन होखे
चार लोग जुटी , टुनटुनाइन में मगन होखे
बहता बेयार त मन के लसलसावता
ए संघाती चईत के दिन याद आवता।

#मिथिलेश_मैकश
#छपरा

      #लिखीं_भोजपुरी_पढ़ीं_भोजपुरी
                 #रउवा_बढ़ब_बढ़ी_भोजपुरी

Saturday, 25 March 2017

ई जिनगी...अईसन गीठा ह हो ढेर सुझरइब....त उझरा जाई।

जे रुकब...त मन अकुता जाई
चलत रह....राह निचका जाई।

जे ना बुझाये....त पूछ ल मरदे
केहु बाघ थोरे ह...जे खा जाई।

ई जिनगी...अईसन गीठा ह हो
ढेर सुझरइब....त उझरा जाई।

बेटा बेटी के....गारन्टी ना लेम
गाय...त साझ ले घर आ जाई।

कल चोरी ...केतनो धोखाधड़ी
आज ना काल....पकड़ा जाई।

कईल कर ..कुछ एकही 'मैकश'
दुगो नाव पे...टाँग छितरा जाई।

#मिथिलेश_मैकश
#छपरा

      #लिखीं_भोजपुरी_पढ़ीं_भोजपुरी
                 #रउवा_बढ़ब_बढ़ी_भोजपुरी

श्रद्धांजलि_ई_समर्पित_बा

आज शहीद दिवस ह। भगत सिंह जी , राजगुरु जी , सुखदेव जी के बलिदान के कीमत केहु चुका नइखे सकत।
देश के आजादी में जवन योगदान देले बारे लो ओकर गाथा पूरा दुनिया जानेले।
हमरा भीरी शब्द नइखे जे से कि इंकरा लो के ओह शब्द से अलंकृत कर सकी...
कोटि कोटि प्रणाम बा...लोर भरल श्रधांजलि बा...आज भी दिल में उनकर नाम धरकेला।
जय हिन्द ..जय भारत..जय भोजपुरी
__________   __________  ____________  ______

#देश_के_उन_वीर_जवानन_के
#श्रद्धांजलि_ई_समर्पित_बा।

हँस हँस के खा लिहले जे
गोली  के अपना छाती पs
बाकी , दाग  ना लागे देले
जे देश के अपना माटी पs
जिनकर शौर्य गाथा पढ़के
आज मन हमार पुल्कित बा
देश के उन वीर जवानन के
श्रद्धांजलि ई  समर्पित बा।

बढ़त गइल जिनकर कदम
देश हित में जे शहीद भइल
ओह साल  केतनन के घर
ना दिवाली ना ही ईद भइल
23 मार्च उन्नीस सौ इकतीस
स्वर्ण अक्षरों से अंकित बा
देश के उन वीर जवानन के
श्रद्धांजलि ई  समर्पित बा।

#मिथिलेश_मैकश
#छपरा

      #लिखीं_भोजपुरी_पढ़ीं_भोजपुरी
                 #रउवा_बढ़ब_बढ़ी_भोजपुरी

Wednesday, 22 March 2017

माई ...का हई ?

छाती जब पीटेली... त सुखार आ जाला
माई जब भी रोवेली...त बाढ़ आ जाला।

माई जब उदास रहे....त मये फिका लागे
माई जे हसेली..त सगरो बहार आ जाला।

अकेले मये रात जागल रहे..बेटा खातीर
जदी बेटा के..तनिको बोखार आ जाला।

तनि मुनि जब कुछऊ हो जाला लइका के
त माई पे लागे...जइसे पहाड़ आ जाला।

माई जेतना क देली दोसर ओतना के करी
माई के छोटहन अचरा मे संसार आ जाला।

जरूरत परेला जब दुनिया के,त ईहे माई
बन जाली दुर्गा हाथ मे तलवार आ जाला।

माई के बनावल रोटी मे...बहुते तागद बा
आ छुअल पानी मे ,अमृत धार आ जाला ।

माई जवना काम मे हाथ लगा देबे 'मैकश'
त रुकल जिनगी मे भी रफ़्तार आ जाला ।