कहीं धुर त कहीं , उड़ऽता गरदा
बुझाता फाट जाइ कान के परदा
भागता सभे , बेधले बा बाई
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई
नाम पता पुछला प , केहु कुछ बतावत नइखे
पानी इंहा बेचाता , अइसे केहु पियावत नइखे
सभ रास्ता एके लेखा
बुझात नइखे हम केने जाई?
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई
लागे कवनो मार दी धाका,गाड़ी चले स्पीड में
कवनो 80 त कवनो 90 ,सभे अपना जिद में
आगे कुँआ पीछे बा खाई
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई
छिटाइल बा लोग ,जइसे पचनइकी दसनइकी
अब चिंहात नइखे के ह लइका ? के ह लइकी
मेकप सिंगार पटार हाइ फाई
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई
भोरे निकलऽ तानी त , सीधे सांझ हो जाता
पीछे लागता लुती , आदमी जहाज हो जाता
हम ना सोचनी एतना जाम भेटाइ
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई
मेट्रो भीड़ भार जहां , ओहिजा पाकिट मराता
कनबाली के साथे जनाना के,कानो कटा जाता
बड़ी लुटेरा , बारे बड़ी कसाई
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई
बाप रे बाप ! , एतना नु एहिजा बेमारी बाटे
केहु के छाती त , केहु के माथा भारी बाटे
खाना से बेसी लोग खाता दवाई
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई
खाद-पानी के खाना में , अब उ ताकत नइखे
चाहे केतनो खालऽ , अनाज देहे लागत नइखे
मन करता अब घरे आ जाई
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई
लाज डर जे धारण करे ,अइसन धारक नइखे
सिंगल लोग खाती,एहिजा कवनो पारक नइखे
जे देखबे त खुद जइबे लजाइ
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई
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