Wednesday, 15 February 2017

#मोहब्बत_समझ_में_ना_आये_त_अच्छा_बा

#मोहब्बत_समझ_में_ना_आये_त_अच्छा_बा
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बात केहु ना  समझाये त अच्छा बा
बस दारू केहु पिआये त अच्छा बा

जेमे जिये के  तनिको चाहत नइखे
उ जिनिगीये चल जाये त अच्छा बा

ई नशा नेटी  से नीचे  उतरत नइखे
तनि करेजा के जराये त अच्छा बा

अपना लोग  के  दरद एतना बा कि
अब केहु  और सताये त अच्छा बा

एह  दिमाग  से  त   निकाल  देहम
दिल से  निकल  जाये त अच्छा बा

प्यार , इश्क ,मोहब्बत, केहुओ  के
समझ में  नाही  आये त अच्छा बा

कुंवार ठीक ह कि बिआहल ठीक?
बढ़िया से केहु  बताये त अच्छा बा

#मिथिलेश_मैकश
#छपरा

      #लिखीं_भोजपुरी_पढ़ीं_भोजपुरी
                 #रउवा_बढ़ब_बढ़ी_भोजपुरी

...तबे अच्छा बा

आज सभे लोग के कहल कर~ , त अच्छा बा ?
लोग त चाही कि तू गढ़हा मे गिर~ ,त अच्छा बा ?

इंटरनेटिया लइका बड़ा हुशियार बनत बा लो
पाकल केश 💇 के भी बुझस~ लो त अच्छा बा

करके खुद गलती सिख~ब त जिनगी खराब होई
दोसरे के गलती से सीख ल बबुआ त अच्छा बा

ई जिनिगिया सभे से ,हर दिन इंतिहान लेबेले
समस्या के हर पहलू पर सोच~ब तबे अच्छा बा

सकल सूरत त ऐ भाई ,समय के साथ बदले-ला
सूरत से जादा सीरत¹ प धियान रख त अच्छा बा
(सीरत=चरित्र)

Wednesday, 1 February 2017

दिल्ली का हाल

कहीं धुर त  कहीं , उड़ऽता गरदा
बुझाता फाट जाइ कान के परदा
भागता सभे , बेधले बा बाई
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई

नाम पता पुछला प , केहु कुछ बतावत नइखे
पानी इंहा बेचाता , अइसे केहु पियावत नइखे
सभ रास्ता एके लेखा
बुझात नइखे हम केने जाई?
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई

लागे कवनो मार दी धाका,गाड़ी चले स्पीड में
कवनो 80 त कवनो 90 ,सभे अपना जिद में
आगे  कुँआ  पीछे  बा  खाई
दिल्ली में बड़ा भीड़ बा माई

छिटाइल बा लोग ,जइसे पचनइकी दसनइकी
अब चिंहात नइखे के ह लइका ? के ह लइकी
मेकप सिंगार पटार हाइ फाई
दिल्ली  में  बड़ा भीड़ बा माई

भोरे निकलऽ तानी त  , सीधे  सांझ हो जाता
पीछे लागता लुती , आदमी  जहाज हो जाता
हम ना सोचनी एतना जाम भेटाइ
दिल्ली  में  बड़ा भीड़ बा माई

मेट्रो भीड़ भार जहां , ओहिजा पाकिट मराता
कनबाली के साथे जनाना के,कानो कटा जाता
बड़ी लुटेरा , बारे बड़ी कसाई
दिल्ली  में  बड़ा भीड़ बा माई

बाप रे बाप ! , एतना नु  एहिजा  बेमारी  बाटे
केहु  के  छाती  त  , केहु  के  माथा भारी बाटे
खाना से बेसी लोग खाता दवाई
दिल्ली  में  बड़ा भीड़ बा माई

खाद-पानी के खाना में  , अब उ ताकत नइखे
चाहे केतनो खालऽ , अनाज देहे लागत नइखे
मन करता अब  घरे आ जाई
दिल्ली  में  बड़ा भीड़ बा माई

लाज डर जे धारण करे ,अइसन  धारक नइखे
सिंगल लोग खाती,एहिजा कवनो पारक नइखे
जे देखबे त खुद जइबे लजाइ
दिल्ली  में  बड़ा भीड़ बा माई

#मिथिलेश_मैकश
#छपरा

      #लिखीं_भोजपुरी_पढ़ीं_भोजपुरी
                 #रउवा_बढ़ब_बढ़ी_भोजपुरी